हस्तरेखा शास्त्र
हाथ की रेखाएं केवल त्वचा पर बनी आकृतियाँ नहीं, बल्कि आपके जीवन के सफर की मौन कहानी हैं। हस्तरेखा शास्त्र के माध्यम से व्यक्ति के भूत, वर्तमान और संभावित भविष्य को समझा जा सकता है। हथेली में बनी जीवन रेखा, मस्तिष्क रेखा, हृदय रेखा, भाग्य रेखा आदि हर एक संकेत करती है कि व्यक्ति किन संघर्षों से गुजरेगा, किस क्षेत्र में सफलता पाएगा और किस समय पर विशेष निर्णय लेना उचित रहेगा।
चैतन्य स्वामी कामले जी द्वारा की गई रेखा-पढ़ाई न केवल सामान्य भविष्यवाणी होती है, बल्कि उसमें आपके व्यक्तित्व, सोचने के तरीके और ऊर्जा का भी सूक्ष्म विश्लेषण शामिल होता है।